
अल्मोड़ा में PWD इंजीनियरों पर हमला — डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ का फूटा गुस्सा, 13 अक्टूबर तक कार्रवाई न हुई तो पूरे राज्य में ठप होगा काम
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में लोक निर्माण विभाग (PWD) के अभियंताओं पर हमला होने से विभागीय कर्मियों में जबरदस्त आक्रोश है। प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग के अपर सहायक अभियंता इं० अंकित सिंह और सहायक अभियंता इं० पूरन सिंह फर्त्याल के साथ कुछ अराजक तत्वों ने अभद्रता, गाली-गलौज, धक्का-मुक्की और जान से मारने की धमकी दी।
घटना के बाद अभियंताओं ने थाना सोमेश्वर में लिखित शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से विभागीय कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
🔹 क्या हुआ था 9 अक्टूबर को — मामूली मीटिंग बनी हमले का कारण
जानकारी के अनुसार, 09 अक्टूबर 2025 को न्यू कलेक्ट्रेट अल्मोड़ा के सुधारीकरण एवं चौड़ीकरण कार्य के अंतर्गत हवालबाग-बसौली मोटर मार्ग पर डिफैक्ट कटिंग से प्राप्त पत्थरों के परागमन को लेकर ग्राम पाखुड़ा में ग्रामीणों के साथ बैठक आयोजित की गई थी।
बैठक में 25 से 30 ग्रामीण उपस्थित थे। बैठक खत्म होते ही कुछ असामाजिक तत्वों ने अचानक गाली-गलौज शुरू कर दी और अभियंताओं पर हमला बोल दिया।
इस दौरान अभियंताओं को जान से मारने की धमकी दी गई और अपर सहायक अभियंता अंकित सिंह का मोबाइल फोन भी तोड़ दिया गया।
🔹 संघ की आपात बैठक — आंदोलन की गूंज
PWD अभियंताओं पर हुए हमले की घटना के विरोध में शुक्रवार को उत्तराखंड डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ की आपात बैठक प्रांतीय खंड कार्यालय, अल्मोड़ा में आयोजित की गई।
बैठक में अभियंताओं ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर 13 अक्टूबर 2025 (सोमवार) तक ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो
“प्रदेशभर के अभियंता कार्य बहिष्कार और आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। स्थिति बिगड़ी तो पूरा उत्तरदायित्व प्रशासन का होगा।”
बैठक में पुलिस उपाधीक्षक, अल्मोड़ा ने अभियंताओं को निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया।
वहीं, संघ के पदाधिकारियों ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अल्मोड़ा को ज्ञापन सौंपकर कठोर कार्रवाई की मांग की है।
🔹 “अभियंताओं की सुरक्षा की अनदेखी बर्दाश्त नहीं” — संघ के पदाधिकारी
संघ के वरिष्ठ सदस्य इं० प्रदीप जोशी ने कहा कि अभियंताओं पर हमला केवल व्यक्तियों पर नहीं, बल्कि पूरे विभाग की गरिमा पर हमला है। यदि अभियंताओं की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हुई, तो यह कार्य संस्कृति पर भी गहरा असर डालेगा।
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि प्रशासन अभियंताओं की सुरक्षा को लेकर ठोस नीति बनाए।
🔹 बैठक में शामिल प्रमुख सदस्य —
इं० प्रदीप जोशी, इं० अंकित सिंह, इं० पूरन सिंह फर्त्याल, इं० रवि दानी, इं० आलोक ओली, इं० सुरेश पौडियाल, इं० मुकेश मिश्रा, इं० हितांशी, इं० रविन्द्र रावत, इं० मनोज नाथ, इं० दीपक जोशी, इं० वरूण पन्त, इं० रिनी पाण्डेय, इं० फैजान मलिक, इं० गणेश जोशी, इं० जी.एस. महरा, इं० तनुजा गैड़ा, इं० ललित बिष्ट, इं० बी.सी. जोशी, इं० कैलाश चन्द्र, इं० हेमन्त पाठक, इं० दीपिका टम्टा आदि मौजूद रहे।
