
हल्दूचौड़ में जनसमस्याओं को लेकर निर्णायक सार्वजनिक बैठक, एक माह में समाधान नहीं हुआ तो बड़े आंदोलन का ऐलान
हल्दूचौड़। क्षेत्र की वर्षों पुरानी और लगातार गंभीर होती जा रही जनसमस्याओं के समाधान को लेकर हल्दूचौड़ स्थित मथुरा पैलेस में एक वृहद सार्वजनिक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों, सामाजिक संगठनों, व्यापार मंडल, युवाओं एवं प्रबुद्ध नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग की अव्यवस्थाओं, आवारा गोवंश की समस्या तथा अवैध नशे के बढ़ते कारोबार पर गंभीर चर्चा कर ठोस समाधान की दिशा तय करना रहा।
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि शीघ्र ही क्षेत्रीय विधायक एवं सांसद से मुलाकात कर उनके आवास अथवा किसी उपयुक्त सार्वजनिक स्थल पर एक संयुक्त उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कराई जाएगी। इस प्रस्तावित बैठक में नेशनल हाईवे प्राधिकरण के अधिकारी, गौशाला संचालक, पशुपालन विभाग, पुलिस विभाग, चुने हुए जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, व्यापार मंडल के पदाधिकारी एवं आम नागरिक संयुक्त रूप से उपस्थित रहेंगे।

बैठक में यह स्पष्ट किया गया कि उक्त संयुक्त बैठक के माध्यम से एक माह की समय-सीमा तय कर तीनों प्रमुख समस्याओं का स्थायी और व्यवहारिक समाधान निकाला जाएगा, ताकि क्षेत्रवासियों को राहत मिल सके।
बैठक में वक्ताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि विधायक व सांसद से मुलाकात के बाद भी निर्धारित एक माह की अवधि में समस्याओं का समाधान नहीं होता, तो क्षेत्रवासी मजबूरन एक बड़े जन आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। आंदोलन को संगठित और प्रभावी रूप देने के लिए “क्षेत्रीय जनसमस्या निवारण संघर्ष समिति, लालकुआं” के गठन पर निर्णय लिया गया।
वक्ताओं ने कहा कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण होगा, लेकिन इसमें क्षेत्र के हर वर्ग — किसान, व्यापारी, युवा, महिलाएं और सामाजिक संगठन — की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।

जानकारी देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी ने बताया गया कि आंदोलन के प्रथम चरण के तहत क्षेत्रीय विधायक मोहन सिंह बिष्ट से मुलाकात कर उनकी मौजूदगी में एक बड़ी संयुक्त बैठक आयोजित करने पर सहमति बनी है। वक्ताओं ने कहा कि विधायक ने इस मुद्दे पर सकारात्मक रुख दिखाते हुए बहुत जल्द मिलने और बैठक कराने की सहमति दी है।
बैठक में पूर्व ब्लॉक प्रमुख संध्या डालाकोटी ने अवैध नशे के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि नशे का जाल लगातार युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। उन्होंने कहा कि चौकी व थाना स्तर पर वर्षों से लंबित मामलों में प्रभावी कार्रवाई, नशा कारोबार से जुड़े लोगों की संपत्तियों की जांच तथा जमीनों के अवैध हस्तांतरण पर रोक लगाना जरूरी है। उन्होंने मांग की कि केवल औपचारिक अभियान नहीं, बल्कि स्थायी और निरंतर नशा विरोधी कार्रवाई की जाए।
देवभूमि व्यापार मंडल अध्यक्ष खीम सिंह बिष्ट ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग और ग्रामीण क्षेत्रों में घूम रहे आवारा गोवंश के कारण लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं और किसानों की फसलें नष्ट हो रही हैं। उन्होंने मांग की कि तत्काल प्रभाव से स्थानीय गौशालाओं में गोवंश को सुरक्षित रखा जाए, साथ ही गौशालाओं को संसाधन और प्रशासनिक सहयोग उपलब्ध कराया जाए।
युवा नेता सचिन फुलारा ने कहा कि छात्रों और युवाओं में नशे की बढ़ती लत समाज के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि समय रहते इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो इसका दुष्परिणाम पूरे समाज को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने शिक्षा संस्थानों और अभिभावकों को भी इस अभियान से जोड़ने की आवश्यकता बताई।
ग्राम प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष गोपाल सिंह अधिकारी ने पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग में बने खतरनाक और अवैज्ञानिक कटों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यही कट आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण हैं। उन्होंने मांग की कि सभी कटों का तकनीकी सर्वे कर उन्हें मानकों के अनुरूप सुधारा जाए या बंद किया जाए। बैठक में वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यह किसी राजनीतिक दल का कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनहित और क्षेत्र के भविष्य की लड़ाई है। सभी वर्गों ने एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प लिया। बैठक का संचालन युवा समाजसेवी पीयूष जोशी ने किया।
इस दौरान ग्राम प्रधान संगठन के जिला अध्यक्ष गोपाल सिंह अधिकारी , कनिष्ठ ब्लॉक प्रमुख कमल भंडारी भाजपा नेता पूर्व सांसद प्रतिनिधि देवेंद्र बिष्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य कमला दुर्गापाल क्षेत्र पंचायत सदस्य राजेंद्र दुर्गापाल युवा समाजसेवी पीयूष जोशी देवभूमि व्यापार मंडल के अध्यक्ष खीम सिंह बिष्ट राज्य आंदोलनकारी शंकर जोशी डॉक्टर बालम बिष्ट एडवोकेट, भास्कर भट्ट ग्राम प्रधान रुक्मणी नेगी ग्राम प्रधान पूजा बिष्ट ग्राम प्रधान रमेश जोशी ग्राम प्रधान राधा कैलाश भट्ट कीर्ति दुमका पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी, योगेश पहाड़ी महेश जोशी कैलाश चंद्र बमेटा कैलाश तिवारी बची सिंह रावत हिमांशु धामी मनोज कांडपाल कौस्तुभ चंदोला उमेद सिंह चौहान सचिन फुलारा कौस्तुभानंद शर्मा सचिन फुलारा नीरज शर्मा मोहन चंद्र भट्ट हिमांशु कबड़वाल, हरेंद्र असगोला योगेश कपिल, मथुरा दत्त कोटिया, सुमित कार्की मुकुल तिवारी शंकर आर्य मोहनी मेहता कमल जोशी अमर सिंह रिंकू पाठक समेत अनेकों लोग मौजूद रहे।









