नकल माफिया का पर्दाफाश: नवोदय विद्यालय की परीक्षा में ब्लूटूथ से नकल करते 21 पकड़े गए, सॉल्वर गैंग की तलाश जारी

देहरादून। लैब अटेंडेंट भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल की बड़ी साजिश का भंडाफोड़ हुआ है। सीबीएसई द्वारा आयोजित इस परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस के जरिए नकल करते हुए 21 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, जिनमें से अब तक 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सभी आरोपी सॉल्वर गैंग से जुड़े हैं, जिनमें हरियाणा, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के उम्मीदवार शामिल हैं।

दो परीक्षा केंद्रों से सबसे ज्यादा गिरफ्तारी

यह परीक्षा देहरादून के सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल और दून इंटरनेशनल स्कूल में दो पालियों में आयोजित की गई थी।

सोशल बलूनी स्कूल से पहली पाली में जूते में छिपाई गई ब्लूटूथ डिवाइस के साथ आजमगढ़ निवासी सौरभ यादव पकड़ा गया। इसके बाद शाम की पाली में यहां से 7 और अभ्यर्थी गिरफ्तार किए गए।

दून इंटरनेशनल स्कूल से पुलिस ने छापा मारकर 9 अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया।

एफआरआई केंद्र में ‘मुन्नाभाई’ स्टाइल की नकल

एफआरआई केंद्रीय विद्यालय परीक्षा केंद्र में एक फर्जी अभ्यर्थी को बायोमेट्रिक जांच के जरिए पकड़ा गया। आरोपी ने किसी और के नाम से परीक्षा दी और फर्जी आधार कार्ड का इस्तेमाल किया। बाद में उसकी पहचान श्रीचंद के रूप में हुई, जबकि वह सौरभ सिंह के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

हरिद्वार से भी दो गिरफ्तार, मेरठ गैंग की तलाश जारी

जांच के दौरान हरिद्वार से दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये आरोपी हरियाणा स्थित एक नकल गैंग से जुड़े हैं। पुलिस की टीमें अब उत्तर प्रदेश के मेरठ और अन्य जिलों में छापेमारी कर रही हैं।

पुलिस कर रही है हाईटेक गैजेट्स की जांच

गिरफ्तार अभ्यर्थियों से ब्लूटूथ डिवाइस, फर्जी दस्तावेज आदि बरामद हुए हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि इन अभ्यर्थियों को परीक्षा के दौरान किन-किन माध्यमों से सॉल्वर ने मदद पहुंचाई।

लागू हुई कड़ी धाराएं

इन मामलों में द पब्लिक एग्जामिनेशन प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स एक्ट 2024 की धारा 3, 4, 10 और 11 के अलावा आईपीसी की धारा 318 व 61(2) के तहत सख्त मुकदमा दर्ज किया गया है।

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