
जन्मदिन पर आपदा क्षेत्र में पहुंचे CM धामी, खुद थामी रेस्क्यू की कमान
देहरादून में बादल फटने से मची तबाही, सहस्रधारा–मालदेवता–तमसा नदी क्षेत्र में भारी नुकसान
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून देर रात बादल फटने की घटना से दहल उठी। कई इलाकों में मूसलाधार बारिश ने तबाही मचाई। सहस्रधारा और मालदेवता समेत तमसा नदी क्षेत्र में सड़कें बह गईं, घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचा और कई लोग मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने जन्मदिन के दिन भी जश्न छोड़कर आपदा प्रभावित क्षेत्रों का रुख किया। वे जेसीबी मशीन पर सवार होकर दुर्गम इलाकों तक पहुंचे और खुद राहत एवं बचाव कार्यों की कमान संभाली। ग्रे सूट में सीएम धामी जेसीबी के केबिन में चढ़कर मलबा हटाने के बीच राहत कार्यों का जायजा लेते दिखे।
सहस्रधारा में नाले का कहर, बाजार तबाह
भारी बारिश से सहस्रधारा नाले में आए उफान ने बाजार क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया। देर रात मलबा दुकानों और होटलों तक घुस गया, जिससे कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। स्थानीय लोगों के मुताबिक 4–5 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन, SDRF और पुलिस को तुरंत बचाव अभियान तेज करने के निर्देश दिए।
मालदेवता और केसरवाला में सड़कें बह गईं
सहस्रधारा क्षेत्र की तेज धारा से रायपुर के मालदेवता इलाके में करीब 100 मीटर सड़क बह गई। केसरवाला क्षेत्र में भी कई घरों और सरकारी संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा। जगह-जगह संपर्क टूट गया और नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया।
तमसा नदी से तपकेश्वर मंदिर जलमग्न
देहरादून में तमसा नदी के उफान से तपकेश्वर महादेव मंदिर का आंगन पानी में डूब गया। पानी हनुमान जी की प्रतिमा तक पहुंच गया, हालांकि गर्भगृह सुरक्षित रहा।
सीएम धामी ने प्रभावित परिवारों के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और कहा कि सभी विभाग युद्धस्तर पर कार्य कर रहे हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन पर हालात की जानकारी ली और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।