कुमाऊं मंडल में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त, चार स्टेट हाईवे समेत 78 से अधिक सड़के बंद

कुमाऊं भर में बुधवार रात से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। कुमाऊं में चार स्टेट हाइवे समेत 78 से अधिक सड़कें अभी भी बंद हैं। इसके अलावा पहाड़ी से मलबा गिरने और भूस्खलन से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 12 घंटे बंद रहा। चीन सीमा को जोड़ने वाली धारचूला-तवाघाट सड़क दूसरे दिन भी नहीं खुल सकी। इस कारण दो दिन से 50 से अधिक कैलाश यात्री धारचूला में फंसे हैं। पिथौरागढ़ की दारमा, व्यास घाटियों में सीजन का पहला हिमपात हुआ। टनकपुर में भारी बारिश के चलते किरोड़ा और बाटनागाढ़ नाला उफान पर आने से पूर्णागिरि मार्ग बाधित हो गया। बागेश्वर में बारिश से दो मकान क्षतिग्रस्त हो गए। चीन सीमा को जोड़ने वाली धारचूला-तवाघाट सड़क दूसरे दिन भी नहीं खुल सकी।

टनकपुर-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर घटखोला के पास हिलवेज कंपनी ने पांच घंटे के अथक प्रयास करके सड़क खोल दी थी। एसडीएम मंजीत सिंह चेतलधार पहुंचें और सड़क का निरीक्षण किया। एसडीएम ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए आदि कैलाश यात्रियों और स्थानीय लोगों से अकारण आवाजाही नहीं करने की अपील की है। चंपावत में मूसलाधार बारिश से टनकपुर- पिथौरागढ़ एनएच गुरना संतोला के पास बंद होने से बड़ी संख्या में वाहन फंसने से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सेना के जवान समेत कई यात्रियों ने जान जोखिम में डालकर पहाड़ी से गिर रहे मलबे को पार किया।

अल्मोड़ा जिले में बारिश के कारण सल्ट-अल्मोड़ा मार्ग सर्वाधिक प्रभावित हुआ। मोहान के पास छोटे पुल का पिलर हिल जाने से भारी वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद कर दी गई है। छोटे वाहनों को रोक-रोक कर निकाला जा रहा है। दन्यां क्षेत्र में सड़क में कटाव हो जाने के कारण वाहनों को सावधानी पूर्वक निकाला गया। पन्याली गधेरे के उफान पर आने के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। लोनिवि अधिकारियों ने जेसीबी से यातायात सुचारू कराया। गंगोला-कोटली मार्ग पर भारी भूस्खलन होने से सैकड़ों वाहन फंसे रहे। इसके अलावा रामनगर का प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर श्रद्धालु के लिए फिलहाल बंद कर दिया गया है। कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। कोसी नदी में विकराल रूप से पानी बह रहा है। गर्जिया मंदिर परिसर पूरी तरह से पानी में डूब गया है। कोसी नदी का पानी मंदिर की सीढ़ियों तक पहुंच गया है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए मंदिर समिति और मंदिर की पुजारी की ओर से मंदिर को फिलहाल बंद कर दिया गया है।


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