उत्तराखंड में आफ़त की बारिश: 74 सड़कें बंद, बाढ़ का अलर्ट जारी

⛈️ मौसम विभाग का पूर्वानुमान – 11 जिलों में जलभराव और भूस्खलन की गंभीर चेतावनी, प्रशासन अलर्ट पर

नई दिल्ली/देहरादून। मौसम विज्ञान विभाग के हाइड्रोमेट डिवीजन (नई दिल्ली) ने उत्तराखंड में भारी बारिश और संभावित बाढ़ को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। इसके बाद राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं।

राज्य के 11 ज़िलों — अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौड़ी गढ़वाल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी — में 24 घंटे के भीतर भारी बारिश, जलभराव और बाढ़ की संभावना जताई गई है।

प्रशासन ने सभी ज़िलों में संवेदनशील इलाकों की निगरानी बढ़ाने, लोगों की सुरक्षित निकासी की तैयारी रखने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

🚧 भूस्खलन से 74 सड़कें ठप, जनजीवन प्रभावित

भारी बारिश के चलते जगह-जगह मलबा आने से प्रदेश में कुल 74 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं।
सबसे ज़्यादा असर पर्वतीय ज़िलों में देखा गया है।

ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग औजरी के पास अभी भी अवरुद्ध है।

रुद्रप्रयाग में 5, उत्तरकाशी में 1 राष्ट्रीय और 8 ग्रामीण सड़कें बंद हैं।

चमोली में 1 राज्य मार्ग और 20 सड़कें,

पिथौरागढ़ में 9,

अल्मोड़ा में 3,

बागेश्वर में 8,

चंपावत में 1,

पौड़ी में 6,

देहरादून में 4,

टिहरी में 8 ग्रामीण सड़कें मलबा गिरने के कारण बाधित हैं।

🛑 प्रशासन की अपील: अनावश्यक यात्रा न करें, सतर्क रहें

आपातकालीन केंद्र ने सभी ज़िलाधिकारियों से कहा है कि वे निचले और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाएं और आपात स्थिति में राहत-बचाव कार्यों के लिए संसाधन तैयार रखें।

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