
6वें राष्ट्रीय समाज कार्य सप्ताह पर उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय का विशेष आयोजन
वृद्धाश्रम भ्रमण और राष्ट्रीय संगोष्ठी से छात्रों ने सीखा सेवा और संवेदना का पाठ
हल्द्वानी। उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय, समाज कार्य विभाग द्वारा 20 अगस्त 2025 को 6वाँ राष्ट्रीय समाज कार्य सप्ताह बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विभाग के छात्र-छात्राओं ने हल्द्वानी स्थित श्री आनंद वृद्धाश्रम, रामपुर रोड का भ्रमण किया।
कार्यक्रम का संचालन विभाग की निदेशक प्रो. रेनू प्रकाश के मार्गदर्शन में हुआ। इस अवसर पर राज्य समन्वयक, NAPSWI डॉ. नीरजा सिंह ने राज्यभर में चल रहे ऐसे आयोजनों की जानकारी साझा की।
छात्र-छात्राओं ने वृद्धजनों के लिए संगीतमय सांस्कृतिक प्रस्तुति दी, जिसने वातावरण को भावुक और आनंदमय बना दिया। संकाय सदस्यों द्वारा “बुजुर्गावस्था में स्वास्थ्य संरक्षण और निवारक उपाय” विषय पर व्याख्यान भी प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में वृद्धाश्रम की संस्थापिका एवं तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती कनक चन्द तथा पर्यावरण संरक्षक श्री मदन मोहन बिष्ट की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और अधिक प्रेरणादायी बना दिया।
इसी श्रृंखला में विश्वविद्यालय के देहरादून परिसर में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया, जिसका विषय था— “मानव स्वास्थ्य में सामाजिक सेतुओं का महत्व”। इस संगोष्ठी में डॉ. भावना डोभाल, डॉ. सुभाष रमोला, डॉ. नरेन्द्र जगूड़ी, डॉ. गोविन्द सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं और कार्मिकों ने सहभागिता की।
इस आयोजन में विभाग की कार्यक्रम समन्वयक डॉ. नीरजा सिंह के साथ-साथ सहायक प्राध्यापक श्रीमती कुशा सिंह और डॉ. पूजा हैड़िया भी उपस्थित रहीं।
ऐसे आयोजनों से छात्रों को न केवल अनुभवात्मक शिक्षा मिलती है, बल्कि समाज में बुजुर्गों के प्रति सम्मान और संवेदना की भावना भी मजबूत होती है।