
हल्दूचौड़ की सीमा आर्या बनीं आत्मनिर्भरता की पहचान, साइकिल रिपेयरिंग से खड़ी की सफलता की दुकान
जनपद नैनीताल के विकासखंड हल्द्वानी के हल्दूचौड़ की सीमा आर्या आज आत्मनिर्भर महिला के रूप में समाज में मिसाल बन चुकी हैं। कभी सीमित साधनों के बीच संघर्ष करने वाली सीमा ने अब अपनी मेहनत और जज़्बे से सफलता की नई राह गढ़ ली है।
राज्य सरकार की REAP परियोजना से सीमा को 75,000 रुपये की सहायता राशि मिली, जिसमें 22,500 रुपये सब्सिडी के रूप में प्रदान की गई। इस सहयोग से उन्होंने साइकिल रिपेयरिंग और टायर वर्क की दुकान शुरू की और दुकान के लिए आवश्यक कंप्रेशर व टायर भी खरीदे।
आज सीमा अपने व्यवसाय से हर महीने 20 से 22 हजार रुपये की स्थायी आय अर्जित कर रही हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने छोटे से व्यवसाय के जरिए दो अन्य युवाओं को भी रोजगार उपलब्ध कराया है।
सीमा बताती हैं— “यह सब संभव हुआ है राज्य सरकार की योजनाओं और REAP परियोजना से मिली मदद के कारण। इस योजना ने मुझे आत्मनिर्भर बनने का रास्ता दिखाया और नया जीवन दिया।”
सीमा आर्या की सफलता न सिर्फ उनकी मेहनत की गवाही है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण भी है कि राज्य सरकार की योजनाएँ ग्रामीण अंचल की महिलाओं को आत्मनिर्भरता और रोज़गार की दिशा में सशक्त बना रही हैं।