
श्रीरामलीला के दूसरे दिन रावण अत्याचार व आकाशवाणी का हुआ अलौकिक मंचन, भक्तों की उमड़ी भीड़
“जेहि बिधि नाथ होइ हित मोरा। करहु सो बेगि दास मैं तोरा॥”
इसी मंगलपाठ के साथ रविवार को श्रीरामलीला महोत्सव के दूसरे दिन रामचरितमानस की अमृतधारा बही।
कार्यक्रम में ब्रह्मा आदि देवताओं का आगमन, रावण के अत्याचार और आकाशवाणी जैसी अद्भुत एवं अलौकिक लीलाओं का भावपूर्ण मंचन किया गया। व्यास पुष्कर दत्त शास्त्री द्वारा रामचरितमानस का अनुपम वाणी में प्रस्तुतीकरण कर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।

इस अवसर पर व्यास पूजन अशोक अग्रवाल, मुकेश गुप्ता और नरेंद्र साहनी ने सपरिवार किया। वहीं, रामलीला समिति के पदाधिकारियों अतुल अग्रवाल, दिनेश गुप्ता, अमित जोशी और मनोज गुप्ता ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया।
आज की सेवा में अटल भारत सम्मान फाउंडेशन, पटवा महिला समिति और खण्डेलवाल महिला समिति की विशेष भूमिका रही। कार्यक्रम में सौरभ अग्रवाल, संजय गोयल, राजेश साहू, कुसुमलता केसरवानी, सीमा देवल, दीपा गुप्ता, सारिका केसरवानी, नंदिनी देवल और मंजू देवल सहित अनेक भक्त मौजूद रहे।

समिति ने जानकारी दी कि सोमवार को दशरथ दरबार, श्रीराम जन्म तथा ताड़का और सुबाहु वध की लीला का मंचन होगा। संचालन समिति ने सभी भक्तों से आग्रह किया है कि यह रामलीला केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि धर्म, मर्यादा और भारतीय संस्कृति की जीवंत पाठशाला है। अतः सभी श्रद्धालु सपरिवार पधारकर प्रभु श्रीराम की लीलाओं का दर्शन करें और अपने बच्चों को भी साथ लाकर भारतीय संस्कृति से परिचित कराएँ।