
लामाचौड़ खास में चुनावी रणभेरी — मंजीत कौर ने भरी हुंकार, बोलीं: “मेरा गांव, मेरी ज़िम्मेदारी”
“अनानास पर ठप्पा, विकास का वादा पक्का” बन रहा जन-जन का नारा
हल्द्वानी (नैनीताल)। लामाचौड़ खास की सियासत इन दिनों गर्म है। ग्राम प्रधान पद को लेकर जहां एक ओर कई दावेदार मैदान में हैं, वहीं दूसरी ओर मंजीत कौर की एंट्री ने चुनावी समीकरण ही बदल दिए हैं। पूर्व उप-प्रधान और गन्ना विकास सहकारी समिति की डायरेक्टर रह चुकी मंजीत कौर ने इस बार पूरी तैयारी के साथ बिगुल फूंका है।
मंजीत कौर केवल एक प्रत्याशी नहीं, बल्कि बदलाव की उम्मीद बनकर उभरी हैं। उनका साफ संदेश है —
“जनता से जुड़ाव, नारे नहीं – नीयत से विकास।”
🔹 ज़मीन से जुड़ी नेता, घर-घर जाकर जन संवाद
जहां अन्य प्रत्याशी बड़े-बड़े वादों और धनबल के दम पर प्रचार में जुटे हैं, वहीं मंजीत कौर पूरी सादगी से जनता के बीच पहुंच रही हैं। वे हर गली, हर मोहल्ले में जाकर लोगों की समस्याएं सुन रही हैं और उनकी ज़रूरतों के मुताबिक योजनाएं बता रही हैं।
उनका मानना है कि विकास सिर्फ काग़ज़ों पर नहीं, ज़मीन पर दिखना चाहिए।
“मैं राजनीति करने नहीं, सेवा करने आई हूं। सड़क, पानी, बिजली और स्वच्छता — यही मेरी प्राथमिकताएं हैं। सबसे पहले गांव को गड्ढा मुक्त बनाया जाएगा,” मंजीत कौर ने कहा।
🔹 जनता की आवाज़ बनती मंजीत कौर
लोगों के बीच बढ़ती उनकी लोकप्रियता को देखकर साफ लग रहा है कि इस बार मुकाबला सिर्फ चेहरों का नहीं, सोच और नीयत का भी है। स्थानीय महिलाओं, युवाओं और बुज़ुर्गों का समर्थन मंजीत कौर को मज़बूती दे रहा है। उनके कार्यकाल में पहले भी पारदर्शिता और जवाबदेही देखने को मिली थी।
🔹 चुनावी चिन्ह — अनानास: नया प्रतीक, नया संदेश
इस बार मंजीत कौर ‘अनानास’ चुनाव चिन्ह के साथ मैदान में हैं, जो अब लामाचौड़ खास में पहचान का प्रतीक बन गया है। समर्थकों ने नारा गढ़ा है —
“अनानास पर ठप्पा, विकास का वादा पक्का!”
📅 28 जुलाई को फैसला — विकास की राह पर कौन?
अब सबकी निगाहें 28 जुलाई पर टिकी हैं, जब लामाचौड़ खास की जनता यह तय करेगी कि उन्हें दिखावा चाहिए या धरातल पर विकास। माहौल देखकर साफ है कि मंजीत कौर मज़बूत दावेदारी पेश कर रही हैं।



