मुख्यमंत्री के 4 साल: सुशासन, विकास और सांस्कृतिक पुनर्जागरण की सुनहरी कहानी

उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता से लेकर धार्मिक पर्यटन तक, 4 वर्षों में बदली तस्वीर, जनता और केंद्र सरकार का मिला अपार समर्थन

देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल के चार वर्ष पूरे करते हुए प्रदेशवासियों को समर्पित एक विस्तृत रिपोर्ट पेश की, जिसमें सरकार की उपलब्धियाँ, सुशासन के प्रयास, और भावी योजनाओं का खाका सामने रखा गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में प्रदेश ने विकास, सुरक्षा, रोजगार और संस्कृति के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है।

सुशासन की दिशा में कड़े फैसले

प्रदेश सरकार ने बीते चार वर्षों में कानून व्यवस्था को मज़बूत करने के लिए ऐतिहासिक कदम उठाए:

समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू कर देश में पहली बार एक साहसिक पहल की गई।

धर्मांतरण विरोधी, नक़ल विरोधी, और दंगारोधी कानून जैसे कड़े नियमों से अपराध पर नकेल कसी गई।

लव जिहाद, लैंड जिहाद, और अवैध मदरसों व अतिक्रमण के विरुद्ध ज़ीरो टॉलरेंस नीति के साथ कार्रवाई हुई।

इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास में ऐतिहासिक छलांग

प्रदेश ने सतत विकास लक्ष्यों (SDG Index) में देशभर में अग्रणी स्थान हासिल किया:

रोड, रेल और रोपवे परियोजनाओं में अभूतपूर्व विस्तार हुआ।

इकोलॉजी, इकॉनमी और टेक्नोलॉजी के संतुलन से हिल एरिया डेवलपमेंट का नया मॉडल सामने आया।

जनसुनवाई और भ्रष्टाचार पर लगाम

सीएम हेल्पलाइन 1905 और 1064 विजिलेंस ऐप के माध्यम से सीधे संवाद की शुरुआत हुई।

बड़े भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेजा गया — जनता को मिला भरोसा और प्रशासन को पारदर्शिता।

रोजगार, युवा और महिला सशक्तिकरण

23000 से अधिक युवाओं को पारदर्शी तरीके से सरकारी नौकरियाँ मिलीं।

महिलाओं को 30% क्षैतिज आरक्षण देकर प्रशासन में सशक्त भागीदारी सुनिश्चित की गई।

बेरोज़गारी दर में गिरावट दर्ज हुई, जो कि अब राष्ट्रीय औसत से कम है।

धार्मिक पर्यटन और संस्कृति को वैश्विक पहचान

चारधाम यात्रा, कांवड़ यात्रा में हर वर्ष रिकॉर्ड श्रद्धालुओं का आगमन हुआ।

धार्मिक स्थलों के पुनर्निर्माण, साहसिक पर्यटन, होम स्टे योजना, और स्थानीय उत्पादों के प्रचार से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई ऊर्जा मिली।

उद्योग और निवेश के क्षेत्र में नया कीर्तिमान

प्रदेश में ₹3.5 लाख करोड़ के निवेश MOU साइन किए गए।

इनमें से ₹1 लाख करोड़ का निवेश धरातल पर उतरा, जो एक नया रिकॉर्ड है।

आगामी वर्षों में उत्तराखंड को विकसित भारत-2047 के लक्ष्य से जोड़ने का स्पष्ट रोडमैप तैयार है।

सीएम का संदेश: जनसेवा को समर्पित है जीवन

मुख्यमंत्री ने कहा:

“इन चार वर्षों में जनता से जो विश्वास मिला, वही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। यह कार्यकाल पूरी तरह देवभूमि की सेवा को समर्पित रहा है।”

“मन समर्पित, तन समर्पित, और यह जीवन समर्पित। चाहता हूं मातृ-भू, तुझको अभी कुछ और भी दूं।”

उत्तराखंड सरकार का यह चार वर्ष का कार्यकाल केवल शासन नहीं, बल्कि सेवा, संकल्प और समर्पण की जीवंत मिसाल बन गया है। उत्तराखंड अब न केवल एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र, बल्कि विकसित और सक्षम राज्य के रूप में उभर रहा है।

सम्बंधित खबरें