पूर्व विधायक रंजीत रावत कानून के शिकंजे में, एसपी मीणा की सख्ती से हड़कंप

नैनीताल जनपद के रामनगर क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पूर्व विधायक रंजीत रावत और उनके 20-25 समर्थकों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सख्त धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।

विद्युत विभाग के अवर अभियंता चंद्र लाल द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार, दिनांक 17 अप्रैल को रामनगर के शिवलालपुर चुंगी क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य विभागीय निगरानी में किया जा रहा था। तभी पूर्व विधायक रंजीत रावत अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे और स्मार्ट मीटर लगाए जाने का विरोध करते हुए कर्मचारियों के साथ मारपीट की, कार्य में बाधा डाली और पांच स्मार्ट मीटर क्षतिग्रस्त कर दिए।

इतना ही नहीं, मौके से विभागीय ड्रिल मशीन और उसकी दो बैटरियां भी गायब होने की बात सामने आई है। इस गंभीर घटना के आधार पर थाना रामनगर में एफआईआर संख्या 108/25 दर्ज की गई है। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 221, 132, 115(2), 352, 324(2) के तहत मामला दर्ज हुआ है।

एसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे वह कोई भी व्यक्ति हो।

यह मामला अब सिर्फ एक स्थानीय विवाद नहीं, बल्कि प्रशासनिक सख्ती और कानून के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बनता जा रहा है।

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