
धराली में क़हर बनकर टूटा बादल: कुछ ही सेकंड में ढह गई ज़िंदगियाँ, खामोश मलबा बयां कर रहा है तबाही की दास्तां
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के धराली कस्बे में रविवार रात बादल फटने से जो तबाही मची, उसने पूरे क्षेत्र को मलबे में तब्दील कर दिया। गंगोत्री धाम की यात्रा का प्रमुख पड़ाव धराली, अब बर्बादी का मंजर बन चुका है। खीरगाड़ क्षेत्र में बादल फटने के बाद खीरगंगा नदी उफान पर आ गई, जिसने धराली बाजार को निगल लिया।
प्राप्त वीडियो में दिखा कि कैसे चंद सेकंड में एक के बाद एक होटल, लॉज और रेस्टोरेंट मलबे में तब्दील हो गए। वहां की रौनक अब वीरानी में बदल चुकी है। जहां पहले श्रद्धालुओं की चहल-पहल रहती थी, अब वहां सिर्फ मलबा, सन्नाटा और चीखें हैं।
धराली बाजार में चारों ओर बर्बादी के निशान हैं। कई मकान, दुकानें और होटल 20 से 25 फीट गहरे मलबे में दबे हुए हैं। उसी मलबे के नीचे कई लोग आज भी ज़िंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं।
राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। स्थानीय लोग, प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीम युद्धस्तर पर जुटी है। मौसम खराब होने के कारण वायुसेना की सहायता तत्काल नहीं मिल पाई है, लेकिन जैसे ही मौसम साफ होगा, एयर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा।
धराली में पसरा सन्नाटा चीख-चीखकर कह रहा है — कुछ ही पलों में सब कुछ बदल गया। सपने, घर और ज़िंदगियाँ — सब मलबे में दब गए।






