दिव्यांग युवाओं को उच्च शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की पहल

यूओयू ने हल्द्वानी में चलाया जागरूकता अभियान, 100 से अधिक प्रशिक्षुओं ने लिया भाग

हल्द्वानी। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (यूओयू) द्वारा दिव्यांगजनों को उच्च शिक्षा के अवसरों से जोड़ने हेतु विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हल्द्वानी स्थित नर्चरिंग इनोवेशन एक्शन ऑन करियर एंड एजुकेशन प्रशिक्षण संस्थान में किया गया। यह संस्थान दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों को प्रशिक्षण दे रहा है।

कार्यक्रम में उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों से आए करीब 100 दिव्यांग प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। विश्वविद्यालय की टीम ने प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, स्नातक और परास्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों सहित कंप्यूटर एप्लिकेशन, उद्यमिता, गृह विज्ञान व विज्ञान विषयों में उपलब्ध शैक्षणिक विकल्पों की जानकारी दी।

प्रमुख वक्ता:

डॉ. विनोद कुमार (प्रोफेसर, रसायन विज्ञान) ने बीएससी, एमएससी और कंप्यूटर आधारित कोर्सों पर प्रकाश डाला।

डॉ. दीप प्रकाश ने विज्ञान संकाय से संबंधित पाठ्यक्रमों की विस्तृत जानकारी दी।

डॉ. मोनिका द्विवेदी (गृह विज्ञान विभाग) ने दिव्यांग छात्राओं के लिए गृह विज्ञान के क्षेत्र की संभावनाएं उजागर कीं।

सहायक क्षेत्रीय निदेशक रेखा बिष्ट ने दिव्यांग विद्यार्थियों को दी जाने वाली छात्रवृत्तियों, विशेष सुविधाओं एवं वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर चर्चा की।

कार्यक्रम में यूओयू कम्युनिटी रेडियो से जुड़ीं सुनीता भास्कर व चंद्रा जोशी ने दिव्यांगजनों के अनुभव साझा करते हुए उन्हें प्रेरित किया। प्रशिक्षुओं ने भी खुलकर प्रश्न पूछे, जिनका विश्वविद्यालय की टीम ने विस्तारपूर्वक उत्तर दिया।

संस्थान के संस्थापक सचिव के.डी. जोशी ने कहा, “दिव्यांगजनों को सही मार्गदर्शन देना बेहद जरूरी है। विश्वविद्यालय की यह पहल उनके भविष्य को नई दिशा दे सकती है।” इस अवसर पर संस्थान के हेमंत सिंह (क्वालिटी हेड), गरिमा जोशी (सेंटर मैनेजर) और कन्हैया जोशी (प्रोजेक्ट हेड) भी उपस्थित रहे।

अंत में रेखा बिष्ट ने कार्यक्रम की सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि वे शीघ्र ही पुनः संस्थान आकर प्रत्येक विद्यार्थी से व्यक्तिगत रूप से संवाद करेंगी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मोनिका द्विवेदी ने किया।

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