तीन साल से ज्यादा लंबित विवेचनाएं अस्वीकार्य, एडीजी वी. मुरुगेशन का सख्त संदेश

कहा– अब जवाबदेही तय होगी, लापरवाह अधिकारी कार्रवाई के लिए तैयार रहें

तकनीकी पारदर्शिता पर जोर — IG सुनील मीणा बोले, ‘डेटा अपडेट और सटीक रिपोर्टिंग ही नई पुलिसिंग का चेहरा’

सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी। उत्तराखंड पुलिस के शीर्ष अधिकारियों की आज हल्द्वानी में हुई अपराध समीक्षा बैठक में एडीजी अपराध एवं कानून व्यवस्था डॉ. वी. मुरुगेशन ने पुलिस अधिकारियों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि “तीन वर्ष से अधिक लंबित विवेचनाएं किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं हैं”, ऐसे मामलों में लापरवाही पाए जाने पर संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में उन्होंने साफ कहा कि “अपराध नियंत्रण और विवेचनाओं की गुणवत्ता ही पुलिस की साख का पैमाना है।” अधिकारी फील्ड में सक्रिय रहें, हर गंभीर अपराध की मॉनिटरिंग स्वयं करें और पारदर्शिता के साथ जवाबदेही तय करें।

एडीजी मुरुगेशन के प्रमुख निर्देश

महिला अपराधों, विशेषकर अपहरण और दुष्कर्म के मामलों में त्वरित अनावरण कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करें।

चोरी, लूट, नकबजनी और वाहन चोरी के मामलों में 100% रिकवरी सुनिश्चित की जाए।

थाना खटीमा और नानकमत्ता के प्रभारी अधिकारियों को केस वर्कआउट में शिथिलता पर चेतावनी दी गई।

NDPS एक्ट के तहत बड़े स्तर पर कार्रवाई कर नशे की सप्लाई चेन तोड़ने के निर्देश।

तीन वर्ष से अधिक लंबित विवेचनाओं को प्राथमिकता से निपटाने का आदेश।

साइबर अपराधों में हेल्पलाइन 1930 को सक्रिय कर संपत्ति रिकवरी और तकनीकी जांच को सशक्त करने पर जोर।

इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर विशेष टीम गठित करने के निर्देश।

तकनीक के साथ पारदर्शी पुलिसिंग की ओर कदम

बैठक के दूसरे चरण में आईजी CCTNS/SCRB उत्तराखंड श्री सुनील कुमार मीणा ने अधिकारियों के साथ CCTNS/ICJS पोर्टल की समीक्षा की। उन्होंने कहा —

“हर अधिकारी को सिस्टम की समझ बढ़ानी होगी। मौके की सूचना तत्काल दर्ज करें और डेटा अपडेट रखें। पारदर्शिता और तकनीकी दक्षता ही भविष्य की पुलिसिंग का आधार बनेगी।”

उन्होंने सभी अधिकारियों से प्रतिदिन पोर्टल की स्थिति जांचने, IIF फॉर्म और गैंग प्रोफाइल फॉर्म की एंट्री समय पर करने, तथा मिशन वात्सल्य और ICJS 2.0 प्लेटफॉर्म पर नियमित अपडेट करने के निर्देश दिए।

बैठक में शामिल अधिकारी

आईजी कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा, एसएसपी उधमसिंहनगर मणिकांत मिश्रा, एसपी काशीपुर अभय कुमार सिंह, एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चंद्र, और दोनों जिलों के सभी क्षेत्राधिकारी व राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे।

Ad

सम्बंधित खबरें