डायमंड जुबली पर चमका आँचल दुग्ध संघ — 29 हजार दुग्ध उत्पादकों की ताकत से नैनीताल बना प्रदेश का दुग्ध राजधानी

75वें वार्षिक अधिवेशन में मेयर गजराज बिष्ट व अध्यक्ष मुकेश बोरा सहित कई गणमान्यों की मौजूदगी, फरवरी से ₹2 प्रति लीटर दूध मूल्य वृद्धि और उत्पादकों को प्रोत्साहन राशि देने पर बनी सहमति

हल्द्वानी। राज्य के सबसे बड़े दुग्ध उत्पादन केंद्र के रूप में पहचान बना चुका नैनीताल दुग्ध संघ आज अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने का ऐतिहासिक क्षण मना रहा है। इस अवसर पर संघ की वार्षिक सामान्य निकाय बैठक भव्य रूप से आयोजित की गई, जिसमें प्रदेशभर के प्रतिनिधियों, दुग्ध उत्पादकों और गणमान्य अतिथियों ने शिरकत की।

कार्यक्रम में मेयर गजराज बिष्ट, दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा, कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी और हजारों दुग्ध उत्पादक शामिल हुए। अधिवेशन में दुग्ध संघ के वार्षिक बजट के साथ-साथ दुग्ध उत्पादकों के हित में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा हुई।

बैठक में फरवरी माह से दूध के मूल्य में ₹2 प्रति लीटर की वृद्धि करने के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया गया। इसके साथ ही दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन राशि देने, संघ के घी, मक्खन, दही, पनीर और मिठाई जैसे उत्पादों की मार्केटिंग को सशक्त करने और उत्पादन श्रृंखला को आधुनिक तकनीक से जोड़ने पर भी जोर दिया गया।

अध्यक्ष मुकेश बोरा ने अपने संबोधन में कहा कि 29 हजार दुग्ध उत्पादकों की मेहनत और निष्ठा ने नैनीताल को पूरे उत्तराखंड का दुग्ध केंद्र बना दिया है। आने वाले समय में संघ को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने की दिशा में कई कदम उठाए जाएंगे।

मेयर गजराज बिष्ट ने दुग्ध संघ की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि आँचल ब्रांड अब केवल एक नाम नहीं, बल्कि प्रदेश की पहचान बन चुका है। उन्होंने कहा कि यह संघ किसानों और दुग्ध उत्पादकों के जीवन में आर्थिक सशक्तिकरण का माध्यम बन रहा है।

समारोह के अंत में 75 वर्षों की यात्रा पर आधारित विशेष स्मृति-पुस्तक का विमोचन किया गया और उत्कृष्ट कार्य करने वाले दुग्ध उत्पादकों को सम्मानित भी किया गया।

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