
चमोली में बादल फटा: मलबे में तबाह बाजार और घर, मासूम की मौत, एक लापता; प्रशासन अलर्ट पर
चमोली। उत्तराखंड में आसमान से बरप रहे कहर ने एक बार फिर बड़ी तबाही मचा दी है। उत्तरकाशी व थराली आपदा से प्रदेश अब तक उभर भी नहीं पाया था कि चमोली जिले में बादल फटने की भीषण घटना सामने आ गई। अचानक आए मलबे ने पूरे बाजार, घरों और सड़कों को तहस-नहस कर दिया। हादसे में एक मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति अब भी लापता बताया जा रहा है।
बीती रात थराली तहसील क्षेत्र के टुनरी गदेरे में पानी का बहाव अचानक बढ़ गया। इसके चलते तहसील परिसर, चेपड़ो व कोटदीप बाजार और कई मकानों में 1 से 2 फीट तक मलबा घुस गया। कई वाहन भी मलबे में दब गए। ग्राम संगवाड़ा में एक मकान में मलबा घुसने से बच्ची दब गई, जिसका शव DDRF जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद बरामद किया। वहीं ग्राम चेपड़ो का एक युवक लापता है, जिसकी तलाश युद्धस्तर पर की जा रही है।

राड़ीबगड़ क्षेत्र में भी गदेरा उफान पर आ गया। मलबे की चपेट में आकर एसडीएम आवास समेत कई घर डूब गए। हालात को देखते हुए अधिकारियों ने रातों-रात अपने आवास खाली कर सुरक्षित जगह शरण ली। वाहनों के दबने की भी जानकारी मिली है।
हादसे के बाद पूरा क्षेत्र मानो खंडहर में तब्दील हो गया है। लोगों की रोज़गार की डोर और जीवनभर की पूंजी मलबे में दफन हो गई। ग्रामीणों की आंखों के सामने उनका आशियाना उजड़ गया।
जिलाधिकारी संदीप तिवारी खुद मौके पर मौजूद हैं और राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। हरमनी के पास मार्ग बहाल कर दिया गया है।
भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने थराली, देवाल और नारायणबगड़ विकासखंड के सभी विद्यालयों में आज अवकाश घोषित कर दिया है। जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रशासन से संपर्क करें।