
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्याल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में “फॉर ऑल वुमन एंड गर्ल्स राइट, इक्वलिटी एएमपावरमेंट “ विषय पर एक दिवसीय परिसंवाद कार्यक्रम किया आयोजित
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्याल के महिला अध्ययन केंद्र, अंतरिक्ष शिकायत समिति एवं महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वाधान में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में “फॉर ऑल वुमन एंड गर्ल्स राइट, इक्वलिटी एएमपावरमेंट “ विषय पर एक दिवसीय परिसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।
शुरुआत विश्वविद्यालय के कुल गीत से हुई तत्पश्चात कार्यक्रम का तत्पश्चात प्रोफेसर रेनू प्रकाश जी ने अपने स्वागत भाषण में महिला मुद्दों और लिंग आधारित मुद्दों वह महिला आंदोलन के आंदोलन के स्वरूप पर चर्चा की । तत्पश्चात प्रोफेसर राकेश रयाल जी ने विषय प्रवेश में महिला आंदोलन के इतिहास के बारे में व आज के दौर पर इन आंदोलनों की सार्थकता के बारे में अपने विचार व्यक्त किए।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर अंजू अग्रवाल जी ने अपना उद्बोधन में न सिर्फ महिला मुद्दों और जेंडर आधारित मुद्दों के इतिहास के बारे में बताया बल्कि उन्होंने यह भी बताया कि महिलाएं आज के दौर में खुद में सक्षम है और हर क्षेत्र में अपने सफलता के आयाम को छू रही है। आज के दौर पर बस जरूरत इस बात की है कि महिला सशक्तिकरण की यह मिसाल हर तबके की महिला तक पहुंचाई जा सके ।
विशिष्ट अतिथि गीतिका जोशी ने अपना उदबोधन में कहा कि हमें प्रत्येक महिला को एक नजर से देखने की जरूरत हो फिर वह चाहे हमारे घरों में काम करने वाले कामगार हो या फिर समाज के किसी भी वर्ग की महिलाएं हों उन्होने कहा कि उच्च शिक्षा प्लेटफार्म या विश्वविद्यालय अगर ग्रास रूट लेवल पर रिसर्च करें और महिलाओं पर होने वाले अध्ययनों को बढ़ावा दें और उसे पर ज्यादा से ज्यादा शोध कार्य किया जाए तो हमारे सामने महिला सशक्तिकरण के कई आयाम प्रस्तुत हो सकते हैं जिसके अनुसार हम आगे अपने कदमों को प्लान कर सकते हैं।
तत्पश्चात विश्वविद्यालय में काम करने वाली तृतीय एवं चतुर्थ महिला कार्मिकों का सम्मान किया गया जिसमें दिव्या गौढ़ और मोनिका भदोरिया को प्रशस्ति पत्र व पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया गया इसके बाद डॉक्टर रुचि तिवारी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दौरान पूरे हफ्ते भर चली विभिन्न कार्यकलापन गतिविधियों की एक रिपोर्ट प्रस्तुत की।
कार्यक्रमों की इस श्रृंखला के अन्तर्गत नैब गोलापार में महिला जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें श्रीमती भावना धौनी, डॉ रुचि तिवारी, डॉ नमिता वर्मा, श्रीमती शैलजा और हेलो हल्द्वानी रेडियो से श्रीमती सुनीता भास्कर जी ने प्रतिभाग किया| श्रीमती भावना धौनी ने दिव्यांग महिलाओं के अधिकारों के बारे में बताया श्रीमती शैलजा ने महिला दिवस क्यों मनाते हैं इस बात को नैब की बालिकाओं के साथ साझा किया, श्रीमती सुनीता भास्कर ने महिलाओं की विकास यात्रा, डॉक्टर नमिता वर्मा ने दिव्यांग महिलाओं को किस प्रकार आर्थिक रूप से सशक्त होना चाहिए इस बात पर प्रकाश डाला और डॉक्टर रुचि ने उनके मानसिक स्वास्थ्य को स्वास्थ्य रखने के कुछ गुर सिखाये| महिला अध्ययन केंद्र द्वारा नैब की 10 छात्राओं को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए पुरस्कृत भी किया गया।
इसी क्रम में उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के महिला अध्ययन केंद्र, आतंरिक शिकायत समिति तथा गृह विज्ञान विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आंगनबाड़ी केंद्र, देवलचौड़ में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। गृह विज्ञान विभाग के शिक्षकों ने आंगनवाड़ी केंद्र में जाकर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, लाभार्थी महिलाओं एवं बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण सम्बन्धी जानकारी दी तथा उन्हें अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के महत्त्व के बारे में बताया। इसके साथ ही गृह विज्ञान के शिक्षकों के द्वारा महिलाओं को टीकाकरण, व्यक्तिगत स्वच्छता, एनीमिया, माहवारी के दौरान स्वच्छता एवं साफ- सफाई, गर्भावस्था के दौरान देखरेख, नवजात तथा जन्म के समय कम वजन वाले शिशुओं की देखरेख, पौष्टिक आहार, स्तनपान, संतुलित आहार, पोषक तत्वों आदि के बारे में बताया गया।
गृह विज्ञान विभाग के संकाय सदस्यों द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र में गृह विज्ञान के विद्यार्थियों द्वारा बनाये गये वस्त्र एवं परिधानों एवं स्टेशनरी सामग्री का वितरण किया गया। महिलाओं तथा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण सम्बंधित विषयों पर पेम्फ्लेट भी वितरित किये गए। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के महिला सशक्तिकरण प्रकोष्ठ तथा द्वारा महिलाओं और बच्चों के लिए सूक्ष्म जलपान की भी व्यवस्था की गई।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के कार्यक्रम में महिला अध्ययन केंद्र की संयोजक प्रोफेसर रेनू प्रकाश, गृह विज्ञान विभाग के शिक्षक डॉ० दीपिका वर्मा, डॉ० प्रीति बोरा, श्रीमती मोनिका द्विवेदी, डॉ० ज्योति जोशी, डॉ० पूजा भट्ट, देवलचौड़ ग्रामीण की पूर्व सरपंच श्रीमती भागीरथी, आंगनबाड़ी केंद्र की प्रभारी श्रीमती गीता देवी और सहायिका श्रीमती आशा नेगी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसी क्रम में योग विभाग, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा राजकीय माध्यमिक विद्यालय , नयागॉव लछमपुर, गोलापार, हल्द्वानी में एक योग शिविर का आयोजन प्रात: 08 बजे से 10 बजे तक किया गया। योग विभाग की सहायक प्राध्यापक श्रीमती दीक्षा विष्ट एवं डॉ० नीता दियोलिया के नेतृत्व में यह कार्यक्रम किया गया । इस कार्यक्रम में श्रीमती दीक्षा विष्ट ने प्रतिभागियों को विविध सूक्ष्म अभ्यास एवं आसनों जैसे- पश्चिमोत्तानासन, उष्ट्रासन, धनुसासन,मकरासन ,व्रजासन आदि का अभ्यास कराया । विविध शारीरिक रोगों के निदान के लिए श्रीमती दीक्षा विष्ट ने रोगानुसार भी विविध आसनों के लाभ एवं सावधानियों से प्रतिभागियों को अवगत कराया ।
मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए डा० नीता दियोलिया ने विविध प्राणायामों (अनुलोम- विलोम, नाडीशोधन, भ्रामरी तथा योग निद्रा आदि ) का अभ्यास प्रतिभागियों को कराया । डॉ० नीता दियोलिया ने आज के समय में तनाव, चिन्ता, अवसाद को दूर करने के लिए योगाभ्यासों के विविध गुर प्रतिभागियों को सिखाये तथा योग के विविध शारीरिक, मानसिक, सामाजिक तथा आध्यात्मिक लाभों से प्रतिभागियों को अवगत कराया । इस शिविर में 100 से ज्यादा महिलाओं तथा विद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी के सीका के निदेशक प्रोफेसर गिरिजा पांडे जी ने की। मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर अंजू अग्रवाल, उच्च शिक्षा निदेशक; विशिष्ट अतिथि के रूप में गीतिका जोशी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रामगढ़ नैनीताल उपस्थित थी । इसके अलावा कार्यक्रम महिला अध्ययन केंद्र की संयोजिका और निर्देशक मानविकीएवं शिक्षा शास्त्र प्रोफेसर रेनू प्रकाश एवं विश्वविद्यालय के कुल सचिव खेमराज भट्ट जी भी उपस्थित थे कार्यक्रम का संचालन अँग्रेजी विभाग के डॉ नागेन्द्र सिंह गंगोला ने किया ।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर सोमेश कुमार जी और शिक्षाशास्त्र से प्रोफेसर डिगर सिंह जी हिंदी विभाग से डॉ शशांक शुक्ला संस्कृत विभाग से डॉक्टर नीरज जोशी, श्रीमती शैलजा, डॉ रुचि तिवारी, डॉ नमीता वर्मा, भावना धोनी रेनू भट्ट, आदि मौजूद रहे ।
