उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय को यूजीसी 12(बी) की मान्यता — अनुसंधान, नवाचार और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए द्वार खुले

राज्य की उच्च शिक्षा के इतिहास में ऐतिहासिक उपलब्धि

उत्तराखंड राज्य के लिए यह गर्व का क्षण है कि उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय (UOU) को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा धारा 12(बी) के अंतर्गत मान्यता प्राप्त हो गई है। यह मान्यता विश्वविद्यालय को केंद्र सरकार, यूजीसी तथा विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से अनुसंधान परियोजनाओं, अनुदानों एवं अकादमिक सहयोग के लिए पात्र बनाती है।

🎓 UGC धारा 12(बी) क्या है?

UGC की यह मान्यता केवल उन्हीं विश्वविद्यालयों को दी जाती है जो उत्कृष्ट शैक्षणिक गुणवत्ता, वित्तीय अनुशासन, पारदर्शी प्रशासन और नवाचार-प्रेरित वातावरण को सफलतापूर्वक स्थापित करते हैं। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि उसकी शैक्षणिक उत्कृष्टता का प्रणाम हैं।

कुलपति प्रो. ओ. पी. एस. नेगी का वक्तव्य:

“यह मान्यता हमारे निरंतर प्रयासों की सफलता का प्रतीक है। इससे राज्य की दूरवर्ती व कामकाजी आबादी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की हमारी प्रतिबद्धता और भी सुदृढ़ होगी।”

📈 इस मान्यता से विश्वविद्यालय को होंगे ये प्रमुख लाभ:

1. राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय शोध अनुदानों में सहभागिता की पात्रता

2. यूजीसी और केंद्र सरकार की फेलोशिप व छात्रवृत्तियों तक पहुंच

3. शोध अधोसंरचना के लिए वित्तीय सहायता

4. देश-विदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों से शैक्षणिक सहयोग (MoUs)

5. विद्यार्थियों व फैकल्टी को वैश्विक मंच पर प्रतिनिधित्व का अवसर

🌐 डिजिटल और दूरवर्ती शिक्षा में अग्रणी

राज्य का एकमात्र मुक्त एवं दूरवर्ती शिक्षा प्रदान करने वाला विश्वविद्यालय होने के नाते, UOU ने हाल के वर्षों में ई-लर्निंग, मूल्यपरक पाठ्यक्रमों और नवाचार-आधारित शिक्षण विधियों को सफलतापूर्वक अपनाया है। यह मान्यता विश्वविद्यालय के विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मील का पत्थर साबित होगी।

🎉 विश्वविद्यालय में हर्षोल्लास का माहौल

इस गौरवपूर्ण अवसर पर विश्वविद्यालय में मिठाइयों का वितरण किया गया और शिक्षकों, अधिकारियों व कर्मचारियों ने इस उपलब्धि को साझा उत्साह के साथ मनाया।

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